धन और ऐश्वर्य की देवी लक्ष्मी की पूजा से
जहां दरिद्रता का अंधेरा दूर होकर सुख
समृद्धि का उजाला भरने वाली है।
वहीं व्यावहारिक संदेश यह है कि जीवन में
धन के साथ ज्ञान, विचार और बुद्धि बल
भी जीवन से कलह, दु:ख और कष्टों को दूर करने
के लिए अहम हैं। अगर आप भी जीवन से जुड़े
किसी संताप, परेशानी या समस्याओं
का सामना कर रहे हैं तो शाम के वक्त
नियमित रूप से खासतौर पर शुक्रवार के दिन
माता लक्ष्मी के इस स्त्रोत का पाठ जरूर
करें - शाम को माता लक्ष्मी की सामान्य
पूजा उपचारों गंध, अक्षत, फूल, फल, धूप और
घी का दीप लगाने के बाद लक्ष्मी स्त्रोत
का पाठ करें -
नमस्तेस्तु महामाये श्री पीठे सुरपूजिते।
शंखचक्रगदाहस्ते महालक्ष्मी नमोस्तुते।।
नमस्ते गरुडारूढ़े कोलासुरभयंकरि।
सर्वपापहरे
देवी महालक्ष्मी नमोस्तुते।।
सर्वज्ञे सर्ववरदे सर्वदुष्टभयंकरि।
सर्वदु:खहरे देवी महालक्ष्मी नमोस्तुते।।
सिद्धिबुद्धिप्रदे
देवी महालक्ष्मी भुक्ति-
मुक्तिप्रदायिनी।
मन्त्रपूते
सदादेवी महालक्ष्मी नमोस्तुते।।